हम सभी जानते हैं कि देश की संस्कृति, ऐतिहासिकता, और विरासत का महत्वपूर्ण अंश राष्ट्रीय संग्रहालयों में रखा जाता है। ये संग्रहालय विश्व भर में अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध हैं और भारतीय संस्कृति की धरोहर को समृद्ध करते हैं। हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भविष्य के लिए एक अद्भुत पहल की घोषणा की है, जिससे युगे-युगे भारत राष्ट्रीय संग्रहालय को आधुनिकीकरण का एक सुंदर सपना प्राप्त हुआ है। 26 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने दिल्ली के प्रगति मैदान (Delhi Pragati Maidan) में अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी सह सम्मेलन केंद्र भारत को सौंपने के दौरान युगे युगीन भारत संग्रहालय के निर्माण की घोषणा की।
इसे भी पढ़े ;- UP गवर्नमेंट 2024 छुटियो की लिस्ट
युगे-युगे भारत राष्ट्रीय संग्रहालय: आधुनिकीकरण की एक महत्वपूर्ण पहल
युगे-युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय,(Yuge Yugin rashtriy Sanghrhaaly) जो वर्तमान में नई दिल्ली में स्थित साउथ ब्लाक में बनाया जाना निर्धारित किया गया है , भारत की संस्कृति और ऐतिहासिकता को संरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण केंद्र होगा । यह संग्रहालय विभिन्न युगों में बने सांस्कृतिक सम्पदा को प्रदर्शित करता है और लाखों लोगों को आकर्षित करता है। अपने निर्माण से लेकर विभिन्न गैलरीओं और प्रदर्शनी हॉल्स के माध्यम से, युगे-युगे भारत राष्ट्रीय संग्रहालय ने दर्शकों को भारतीय संस्कृति का अद्भुत सफर उपहार दिया है।
वर्चुअल वॉकथ्रू: एक दिग्गज प्रस्तावना– Yuge Yugin Bharat National Museum
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युगे-युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय Yuge Yugeen National Museam को आधुनिकीकरण के लिए विशेष पहल किया है। इस पहल के तहत, उन्होंने संग्रहालय के आभासी पर्यटन को समृद्ध करने के लिए वर्चुअल वॉकथ्रू का उद्घाटन किया है। यह वर्चुअल वॉकथ्रू दर्शकों को संग्रहालय के भीतर के विभिन्न क्षेत्रों के साथ एक सच्ची अनुभव का आनंद लेने की अनूठी संभावना प्रदान करता है। इस नए प्रयास से, संग्रहालय उन लोगों तक पहुंच सकता है जो विश्व के कोने-कोने से इसे देखने के लिए यात्रा नहीं कर सकते।
भारतीय संस्कृति का अध्भुत सफर –
वर्चुअल वॉकथ्रू के माध्यम से, युगे-युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय( Yuge Yugin National Museum) दर्शकों को भारतीय संस्कृति के अध्भुत सफर पर ले जाने वाला है। संग्रहालय की भव्यता और उत्कृष्टता देखकर आदमी को भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति गर्व होगा। विभिन्न गैलरीओं में प्रदर्शित कला, शिल्पकला, और ऐतिहासिक अवशेष दर्शकों को मग्न करेंगे। संग्रहालय की विशाल संपत्ति दर्शकों को भारतीय संस्कृति के समृद्ध विरासत के साथ परिचित कराती है जो भारत को एक विश्वस्तरीय देश बनाती है।
संग्रहालय की भव्यता – Yuge Yugin Bharat National Museum
वैसे तो सरकार 2021 से ही साउथ ब्लाक एवं नार्थ ब्लाक को संग्रहालय में बदलने के बारे में सोच रही थी. अतः अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी सह सम्मेलन केंद्र के उद्घाटन के दौरान इस संग्रहालय के निर्माण की घोषणा कर दी गयी. संग्रहालय की भव्यता के बारे में यदि बात करे तो इस संग्रहालय में कुल 950 कमरे होंगे साथ ही यहाँ तहखाना भी होगा. यह 2 मंजिला इमारत होने वाली है.
यह इमारत कुल 1.17 लाख स्क्वायर मीटर में बनाई जाने वाली है. यह पूरी इमारत अलग अलग खंड में बनाया जाने वाला है. इस इमारत को कुल 8 थीम्स के आधार पर बनाया जाएगा. इस इमारत के समस्त खंडो में भारत के 5000 वर्ष पुराने सम्पूर्ण इतिहास को समाहित किया जायेगा.
इतिहास के साथ साथ यह संग्रहालय भारत की विभिन्न संस्कृति, भारत में पाए जाने वाले जंगल, पशुपक्षी, इत्यादि समस्त इकाइयों को दर्शाया जायेगा.
समापन– Yuge Yugin Bharat National Museum
युगे-युगे भारत राष्ट्रीय संग्रहालय के आधुनिकीकरण का उद्घाटन भारत के संस्कृति और ऐतिहासिकता के प्रति लोगों के आकर्षण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल के माध्यम से, हम देशवासियों को अपने संस्कृति के प्रति गर्व महसूस करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं और भारत की विरासत को विश्व में प्रस्तुत करने का मौका दे रहे हैं। हमारी यह प्रयासपूर्वक प्रस्तुति विश्वस्तरीय प्लेटफ़ॉर्म पर पहुंचने में सहायक होगी और आने वाले समय में युगे-युगे भारत राष्ट्रीय संग्रहालय को आगे बढ़ाने में मदद करेगी।
अंतिम विचार –
इस लेख के माध्यम से हमने युगे-युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय के आधुनिकीकरण के महत्वपूर्ण पहल के बारे में जानकारी प्रदान की है। यह पहल भारतीय संस्कृति को विश्व में प्रस्तुत करने का अद्भुत मौका है और उसके माध्यम से लाखों लोगों को भारतीय संस्कृति के प्रति उत्साह और उम्मीद का संदेश मिलता है। इस लेख के जरिए हमने विभिन्न युवा पीढ़ियों को इस संग्रहालय के प्रति आकर्षित करने का प्रयास किया है, जिससे वे भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक विरासत के प्रति उत्साहित हो सकें। इस लेख को गूगल में उच्च स्थान प्राप्त करके, हम युगे-युगे भारत राष्ट्रीय संग्रहालय को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने में सहायता कर सकते हैं। इस पहल के उद्घाटन से, हम भारत की धरोहर को समृद्ध करने के लिए नए युग में अग्रसर हो रहे हैं और विश्व के सामाजिक, सांस्कृतिक, और शैक्षिक विकास में अहम योगदान दे रहे हैं। इस सफल प्रयास के लिए हमारी संख्या में दिलेरी और गर्व है, और हम यह आशा करते हैं कि युगे-युगे भारत राष्ट्रीय संग्रहालय विश्वभर में अपनी विशेष पहचान बनाने के लिए और भारतीय संस्कृति को समृद्ध करने के लिए नए उच्चारणों तक पहुंचेगा।