
जीवंत ग्राम कार्यक्रम योजना2023 क्या है, jivant gram karykram yojana – भारत के सुदूर उत्तर पूर्व एवं पूर्व में स्थित राज्य खास तौर पर चीन से लगे राज्य जहां भारत का चीन के साथ सीमा विवाद है. सरकार ने सीमा पर 2023 तक बुनियादी ढांचा विकसित करने का लक्ष्य रखा है। योजना का उद्देश्य सीमा पर सड़क अस्पताल शैक्षणिक संस्थान एवं जलापूर्ति की सुविधा के साथ बिजली आपूर्ति की सुविधा को सीमावर्ती गांव तक पहुंचाने का लक्ष्य है.
इसआर्टिकल के माध्यम से जीवंत ग्राम योजना (Jivant Gram Yojana) क्या है के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की जायेगी.
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योजना से सम्बंधित संक्षिप्त जानकारी –
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 के लिए जीवंत ग्राम कार्यक्रम योजना की स्वीकृति प्रदान की है. इस योजना को वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम अर्थात वीवीपी के नाम से भी जानते हैं. यह योजना देश की उत्तरी भूमि सीमा के साथ 19 जिलों एवं 46 सीमा ब्लॉक 4 राज्यों 1 केंद्र शासित प्रदेशों में आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास एवं निर्माण के लिए धन प्रदान करेगी.
यह योजना पूर्व में सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम डीएवीपी की जगह लेगी डीएडीपी योजना 1993 94 में केंद्र द्वारा प्रारंभ की गई थी.
जीवंत ग्राम कार्यक्रम योजना उद्देश्य-
जीवंत ग्राम कार्यक्रम योजना उद्देश्य निम्नलिखित है :-
- जीवंत ग्राम योजना के माध्यम से सरकार दोहरे लक्ष्यों को साधना चाहती है.
- सरकार सीमावर्ती गांवों में बुनियादी ढांचे के विकास के लक्ष्य को पूर्ण करना चाहती है.
- योजना यह भी सुनिश्चित करती है की सीमावर्ती गांव के लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके.
- सीमावर्ती क्षेत्र में गांव को आबाद करने की वजह चीन के द्वारा सीमा पर बनाए जा रहे बुनायदी ढांचे की प्रतिक्रिया है. योजना की वजह गांव में आबादी को बढाना है ताकि सीमा पर चीन द्वारा की जा रही घुसपैठ को रोका जा सके.
योजना आवश्यकता क्यों है –
- चीन से सटी हुई सीमा की सुरक्षा को बढाना ताकि चीन द्वारा की जा रही अनधिकृत घुसपैठ को रोका जा सके.
- बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ाने से वहां आम लोगो की जरूरतों को पूर्ण करने में सहायता मिलेगी.
- सीमा पर्यटन को बढ़ावा देना ताकि आम लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके एवं सीमा क्षेत्र पर भारत की दावेदारी को मजबूती से पेश किया जा सके.
- सीमा पर सड़को का एक मजबूत जाल बिछाना ताकि आवागमन की सुविधा को मजबूती प्राप्त हो तथा आवश्यकता पड़ने पर सैन्य बल शीघ्रता से मॉबलाइज किया जा सके.
योजना में शामिल विकास कार्य –
- D2h अर्थात direct-to-home सुविधा को सीमावर्ती इलाकों में पहुंचाना ताकि लोगों तक जाने जानकारियों का पहुंचना संभव हो सके एवं लोग जागरूक हो सकें.
- गांव में बुनियादी ढांचा आवास एवं पर्यटन केंद्रों का निर्माण.
- बारहमासी सड़क संपर्क मार्ग स्थापित करना.
- स्वच्छ पेय जल की पहुच को सुनिश्चित करना
- सौर एवं पवन ऊर्जा पर ध्यान केन्द्रित करना.
- आजीविका हेतु सरकारी सहायता प्रदान करना.
- पर्यटन केंद्र, बहुउद्देशीय केंद्र एवं स्वास्थ्य तथा कल्याण केंद् का निर्माण.
जीवंत ग्राम कार्यक्रम योजना के लिए धन का आवंटन-
वित्तीय वर्ष 2023-24 के वार्षिक बजट में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा जीवंत ग्राम कार्यक्रम के तहत धन का आवंटन किया है.
वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम को ₹48000 करोड़ की वित्तीय आवंटन के साथ स्वीकृति प्रदान की गई है.
48000 करोड रुपए में से ₹2500 करोड़ का वित्तीय आवंटन सीमावर्ती इलाकों में सड़क निर्माण के लिए किया जाएगा .
सारांश -जीवंत ग्राम कार्यक्रम योजना 2023–
जीवंत ग्राम योजना भारत के सुदूर उत्तर में स्थित सीमावर्ती इलाको की सुरक्षा हेतु बहुत ही आवश्यक है .कार्यक्रम के तहत सीमा से लगे गावों को फिर से आबाद करने का लक्ष्य है. ताकि चीन की अवैध कब्जे से भारत की भूमि को बचाया जा सके.
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FAQ.
Question 1. वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के लिए आवंटित राशि कितनी है?
Ans . वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत भारत सरकार के द्वारा 48,000 करोड़ की राशि स्वीकृत की गयी है.
Question 2. जीवंत ग्राम योजना के मुख्य उद्देश्य क्या है?
Ans. जीवंत ग्राम कार्यक्रम के तहत पूर्वोतर के सीमावर्ती इलाके के ग्रामो को विकसित कर चीन की घुसपैठ को रोकना है.